गुरुवार, 4 अगस्त 2016

सुशासन बाबू का शराब कानून

नीतीश जी
सर, गज़ब का शराब वाला कानून बनाया है आपने।  क्या धांसू आइडिया मिला है आपको। किसने दिया ये आइडिया । उस अफसर पर बलिहारी जाने को जी करता है। इस जबरदस्त आइडिया देनेवाले सलाहकार को कोई बड़ा सम्मान जरूर दिलाइएगा सर। मैं तो कहूंगा कि अबकी बार पद्म पुरस्कार के लिए कोई जुगाड़ लगवा दीजिएगा।  

घर में कोई शराब पीये तो सबको जेल। वाह! किसी लड़के के पास शराब मिली तो उसके बूढे-मां को भी जेल। सुना है कि उसकी संपत्ति भी जब्त कर लेंगे आपलोग। और तो और अगर किसी के दरवाजे के आसपास कहीं शराब की बोतल दिखेगी तो भी पूरे परिवार को जेल भेज दीजिएगा आपलोग। गज़ब का कानून है सर। 
अब रात के अंधेरे में कोई किसी के घर के अहाते में शराब की बोतल फेंक जाएगा और फिर पुलिस को बुलाकर पकड़वा देगा। फिर पीसते रहेगा जिंदगीभर जेल की चक्की। आपके मासूम सलाहकार को ये नहीं पता है कि आपके सुशासन में ये फर्जीवाड़ा करना कितना आसान है।

वैसे उनलोगों के लिए ये मस्त आइडिया है, जो अब तक रेप या फिर देहज के केस में दूसरे को फंसा देते थे या फंसाने की धमकी देते थे। इतना चक्कलस की कोई बात नहीं।  दहेज और रेप का काम तो एक बोतल शराब कर देगी। 

वैसे सर आपका वो ताड़ी वाला कानून भी कम नहीं है। आपने गरीबों को लेकर भूल-सुधार की। उनके लिए 'ताड़ीबार' फिर से खोलकर बड़ी मेहरबानी की है। वोट का जुगाड़ बना रहेगा।  
बिहार में आपकी सरकार है। एक तरह से संपूर्ण बहुमत है आपके पास। आप कुछ भी कर सकते हैं। नया शराब वाले कानून को देखकर पूरा यकीन हो गया। एक और काम कर लीजिए। इस महान आइडिया पर रिसर्च की भी व्यवस्था कर दीजिए। इतिहास आपको शराबबंदी से ज्यादा इस महान कानून के लिए याद रखेगी। साथ ही वो आइडिया देने वाला आपका सलाहकार भी अमर हो जाएगा। 

खैर अभी हम गरीब को जरा ताड़ी की मदहोशी से उबरने दीजिए फिर आपके 'मीठा टैक्स' वाले आइडिया का वर्णन करूंगा।

धन्यवाद

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